SATTA KING

ये गेम को खाईवाल चलते है इस गेम मैं आप अपने मोहल्ले मैं पता करो कोई न कोई ये गेम जरूर लिखता होगा इस Satta king गेम मैं आपको सिर्फ अपनी गेम लिखवानी है जा कर और उसके बाद आपको अपना गेम का नंबर खुलने का इंतजार करना होगा और जैसे ही आपको पता चलता है कि आप का नंबर खुल गया है वैसे आप खाईवाल के पास जा कर अपनी सट्टे की पेमेंट जा कर ले सकते हो ये नंबर आज कल सट्टा किंग की बहुत सी वेबसाइट पर ओपन भी होता है वहा जा कर लोग चेक करते है की क्या नंबर खुला।

SATTA KING

कुछ लोग 786 नंबर कोई बहुत लक्की मानते है और ये लोग जब गेम खेलते है तो इन अंक को जरूर उसे करते है ताकि उनको नंबर लग जायेगा और उनका भाग्य खुल जाए ये सब सोच कर वो लोगो ने पैसा कमाया भी बहुत है और वो लोग बर्बाद भी हुए है बहुत और इस लोग सट्टा किंग गेम खेल कर बरबाद भी बहुत हुए है क्या फायदा आप गेम खेल कर अपना जो पैसा कमाया हुआ है मेहनत करके वो पैसा भी गवा दो अगर आपको गेम खेलना है बिना किसी भी फीस के तो हमारी Satta King वेबसाइट सबसे बेस्ट है यह किसी भी प्रकार का नुकसान आपको झेलना नही पड़ेगा क्योंकि हम नही चाहते यह कोई बर्बाद हो और हमारे देश मैं कई ऐसे नाम।है और कई ऐसे लोग है जो अरबों के मलिक है जिसमे एक नाम ऐसा है जिसे मटका किंग के नाम से जाना जाता है जिनसे सट्टे की दुनिया मैं एक अलग नाम शामिल किया जिसका नाम है रतन खत्री अब हम जानते है कैसे मटका किंग की शुरुवात हुई कैसा मटका किंग के नाम से जानते है उनको सब। रत्न खत्री जब पाकिस्तान अलग हो रहा था तब वो भारत के मुंबई मैं आए इसके बाद से मुंबई ने कई चीज देखी इस बीच सट्टा किंग फल फूल रहा था जिसमे सट्टा को एक अलग नाम दिया गया जिसे लोग मटका गेम के नाम से जानते है। मटके से एक नंबर निकाला जाता था और उसे दिन का वो लकी नंबर satta king का माना जाता था जब इंटरनेट या मोबाइल कुछ नही होता था उस दौर मैं टेलीफोन को मदद से वो नंबर पूरे देश मैं फेल जाता था ये मटका किंग की लोक प्रियता थी  और ये कहानी शुरू होती है 1962 मैं एक मुंबई पुलिस ढाने मैं कुर्ता पजामा पहने आदमी आता है  वो पुलिस वालो और मीडिया को बताया है कि मटके से लकी नंबर निकलने को बात बताता है और उस आदमी का नाम रतन खत्री जिसमे सट्टा किंग को एक नई शैली दी और मटका गेम जल्दी ही लोकप्रिय हो गया और सट्टे का कारोबार चलने लगा और वो एक ऐसा समय था की आप रात 9 बजे जरूरी से जरूरी भी कॉल नहीं करके थे क्योंकि उस टाइम टेलीफोन सेवा पर सार सट्टे बाज हुआ करते थे और सारी लाइन वियस्त हुआ करती थी और इस सट्टे की लोकप्रिय ऐसी बड़ी की एमटीएनएल अपनी सारी कॉल सेवा रोक दिया करता था ताकि सट्टे बाज वो लकी नंबर न बाट सके और 1962 के वो दौर मैं रत्न खत्री ने सट्टे की दुनिया मैं अपना कदम रखा और मुंबई मैं अपना धीरे धीरे कारोबार जमाने लगे लेकिन इस बीच उन्हें एक लंबी झलांग लगानी थी ये भी कह सकते है को उन्हें सट्टे की दुनिया का बेताब बादशाह बनना था जिसे हर कोई जाने उनका नाम हो उनका कारोबार बड़े और इस कारोबार को बढ़ने के लिए उन्हें किसी के साथ की जरूरत थी उन्हों अपने पुराने दोस्त कल्याण जी को चुना इसमें कल्याण जी को बहुत स्कोप लगा की Satta king बहुत ज्यादा चलने वाला सट्टा होगा उसके बाद ये मटका गेम शुरू हुआ इसमें सट्टे का कारोबार बहुत चलने लगा क्योंकि सट्टा एक रूपये से भी खेल सकते थे जल्दी ही वाली से ये जेबरी बाजार पहोचा और वहा कल्याण का हेड ऑफिस खुल गया और वाली से रतन खत्री जेबरी जाने से कल्याण जी के पार्टनर हो गए  रत्न खत्री ने अपने सट्टे का एक नया तरीका निकाला इसमें वो लोगो को 3 ताश के पत्ते  को चुनने के लिए बोलता उसमे से एक कार्ड इसके बाद खत्री का बहुत नाम चला वो मूवी के लिए लोगो को फाइनेंस करने लगा किसी मूवी मैं ऋषि कपूर ने रत्न खत्री का जिक्र किया है और कहा कि रंगीला रत्न के मूवी के टाइम ऋषि कपूर को फोन करते और 3 कार्ड चुनने के लिए उनको बोलते और कार्ड नंबर मिंटो मैं मुंबई के कोने कोने मैं फेल जाता खत्री के टाइम मैनेजमेंट को बताते थे की एक बार खत्री मुंबई से बंगलौर जा रहे थे और जहाज मैं फोन काम न करने से मटका नंबर अनाउंस करने मैं देर हो रही थी ऐसे मैं खत्री ने पायलेट की मदद ली और कॉन्ट्रो टावर से मटका नंबर अनाउंस किया और सट्टे के अवैध होने के कारण पुलिस इसके कुछ ना कर सकी और खेल से जुड़े आम खास सभी नाराज हो जाते और कोई दुर्घटना भी नही चाहते थे लोग फिर इतनी लोकप्रियता पाने के बाद साल 1993 मैं रत्न खत्री ने मटका सट्टा बांध करदिया इसके पीछे कई वजह बताई जाती है और एक वजह ये भी है कि जैसे उसी साल रतन खत्री घूमने के लिए लंदन जा रहे थे और एयरपोर्ट पूछने के बाद अधाकरियो ने अवैध काम से जुड़ा होने की वजह से फ्लाईट मैं जाने से रत्न खत्री को माना कर दिया की वो नही जा सकते वो कोई भी हवाई यात्रा नहीं कर सके है परिवार के सामने बेइज्जत होने के बाद उन्होंने सट्टे का धंधा बंद करने का फैसला लिया रत्न खत्री ने उतार जड़ देखे बहुत और वो चाहते है सट्टे का बादशाह बने और वो बनी भी थे और वो सट्टे की दुनिया को वो एक अलग लेवल पर लेके आए और भारत मैं भी और विदेशो मैं उनका नाम आज भी जाना जाता है 11 may 2020 को एक बीमारी के चलते रत्न खत्री की डेथ हो गई ये थी satta king कि पूरी कहानी।

Satta king गेम भी सट्टा के नाम रख दिया गए है जिसमे एक नाम गली सट्टा गेम ये बहुत ही फेमस गेम है इस गेम मैं को पूरे भारत मैं खेला जाता है  इस गेम आपको पूरे भारत मैं देखने को मिलेगी और पूरे भारत नई इसका एक ही नंबर खुला जाता है जो मटका गेम से निकाला जाता है इस गेम मैं आपको मटका गेम की मदद से इसका नंबर निकाला जाता है आप पूरे दिन मैं कभी भी जा कर इसका गेम खेल सकते है इस गेम का एक समय होता है की उस समय इसका नंबर निकाला जाएगा और वो समय रात 11 बजे इसका नंबर हमारी satta king वेबसाइट पर ओपन किया जाता है जितने भी सट्टा खेलने वाले शौकीन है ये सट्टे बाज है वो इस गेम को खेलते है और कुछ लोग इसको चोर गेम भी खेते है क्युकी इसमें आया हुआ नंबर कब बदल जाए कोई नही कह सकता है इसलिए इसको कुछ लोग गली चोर भी  कहते है सारी गेम मैं 1 से 100 नंबर ही होते है जिसके से एक ही नंबर खुलता है जिसका भी लगता है वो बहुत खुश नसीब होता है ये Satta King गेम मैं जिसकी किसकी अच्छी वही खुश रहता है इसमें भी सट्टा हरूफ खेला जाता है लेकिन वो लोग बहूत काम खेलते है क्योंकि उसमे बहुत कम पैसे मिलते है और वो हरूफ खुलने के ज्यादा चांस होते है इसलिए लोग नंबर के साथ हरूफ डालते है कवरिंग के लिए।

दूसरे नंबर पर सट्टा किंग की गेम मैं फरीदाबाद गेम भी शामिल होती है इसका भी नंबर मटका गेम से निकाला जाता है खेते तो यही है लेकिन जहा तक देखा जाए ये वो नंबर कभी नहीं खोलते जिसपे सबसे ज्यादा पैसे लगे हो क्युकी अगर वो नंबर खोलेंगे तो इनका नुकसान से हो जाएगा और फरीदाबाद गेम एक ऐसी गेम है जो पूरे भारत मैं मशूर है इसको लोग काफी खेला करते है इसका गेम पूरे दिन लगती गई satta king की ये बेस्ट गेम में से एक हैं इसका नंबर शाम को 6 बजे जाता ही ये गेम भी शायद से गली को तरह ही है क्युकी ये खेल कर भी लोग बरबाद होते है बहुत क्योंकि ये भी एक चोर गेम है इसमें भी सेम ही 1 से 100 तक नंबर आते ही और 1 से 10 तक के haruf होते है ये गेम फरीदाबाद मैं रहने वाले एक आदमी ने निकाली है ।

अब बात करते है तीसरी गेम की जिसका नाम है गाजियाबाद गेम ये भी satta king की ये बेस्ट से भी बेस्ट गेम मानी जाती है ये गेम को चोर नहीं कहता कोई क्योंकि इस गेम से लोगो ने बहुत ही जायदा पैसा कमाया है क्योंकि इस गेम मैं लोगो के जायदा से जायदा नंबर लगते है ये गेम गाजियाबाद के नाम से फेमस है जो दिल्ली से  सटा एक यूपी का एक जिला माना जाता है इसलिए इस जिला गाजियाबाद भी खेते है और इसके नाम पर मूवी भी बनी हुई है अब बात करते है गाजियाबाद सट्टा गेम के बारे में इसका भी सेम है 1 से 100 नंबर इसमें भी आते है और इसमें भी 1 से 10 नंबर के हरूफ आप खेल सकते हो ये गेम बेस्ट मानी जाती है इस गेम से कोई भी बरबाद नहीं होता क्योंकि ये गेम ही ऐसी है ज्यादा से जायदा गेम इसमें लोगो की आ जाती है ।

एक ऐसी गेम ही जो सबसे जायदा लोकप्रिय है को satta king गेम की नंबर 1 गेम मानी जाती है क्योंकि इसमें आप का लॉस ना के बराबर होता है  क्योंकि इस गेम मैं जायदा से जायदा नंबर खुलते ही इस गेम मैं मोटा नंबर भी खुल जाता है कुछ लोग इसको सरकारी देसावर गेम भी खेते है इस गेम को लोग पूरे भारत मैं खेलते है इस गेम का अलग ही मजा है क्योंकि इस गेम का नंबर सुबह 5 बजे आता है इस गेम की वजह से लोगो की रात की नींद उड़ जाती है रात भर लोग नही सोते को गेम आए तो पैसा कमा सकते है उन पैसा से अच्छा एंजॉय कर ये गेम पूरे दिन लिखी जाती है इस गेम मैं 1 से 100 नंबर होते है और haruf 1 से 10 तक होते है इसका गेम मैं सबसे जायदा मोटा पैसा लगाते है लोग क्योंकि लोगो को पैसा कमाना है और लोग पैसा कमाने से नहीं रुख सकते आप अगर हमारी वेबसाइट पर विजिट करेंगे तो आपको हम फ्री satta king की गेम देंगे ताकि आपको फ्राइड लोग ना मिले आप को  ज्यादा से जायदा गेम लगे और हमारे किसी भी भाई का नुकसान ना हो बस यही दुआ है हमारी धन्यवाद।

सट्टे की गेम एक नई गेम आई है ये गेम satta king गेम इसका नाम शामिल हो गया है इस गेम मैं इसका नाम है काशीपुर सट्टा गेम इस गेम को भी एक नया मुकाम मिला है इस गेम का नंबर शाम को 4 बजे तक आजाता है ये गेम लोग बहुत खेलते क्योंकि इस गेम मैं नंबर आने के चांस बहुत होते है और क्योंकि काशीपुर गेम का नंबर दिन के दिन मैं आजाता और ये गेम आते ही दिन के दिन ही लोग पेमेंट लेलेल्टे है जिसकी वजह से ये गेम खेलना लोगो को बहुत पसंद है ये गेम मैं 1 तो 100 ही नंबर होते है इसमें से एक नंबर आता है जिस भी भी का वो नंबर खुल जाता है उसको किसी भी तरह को पैसे को तंगी नही होती क्योंकि वो पैसा से लोग कुछ भी कर सकते है कोई भी समान खरीद सकते है और कुछ भी अच्छा खा पी सकते है इसी वजह से सट्टा किंग गेम इतनी फेमस है जो पूरे भारत मैं खेली जाती है और लोग बड़े मजे से इस Satta King गेम को खेलते है जिसकी वजह से पूरे देश मैं सट्टे का नाम फेमस है इतना रतनी खत्री का सट्टा उसके मरने के बाद भी चल रहा ही जिसका नाम सट्टा मटका गेम भी कहा जाता ही।

कुछ छोटी मोटी गेम भी बड़ी गेम को देख कर लोगो ने बना ली है जैसे शालीमार गेम, मेरठ सट्टा गेम, महालक्ष्मी गेम, न्यू फरीदाबाद गेम, न्यू देसावर, न्यू गली, ओर भी इस तरह को बहुत सारी Satta king की गेम ही जो लोगो ने बना ली है लेकिन इस लोगो को गेम खेलना बेकार है क्योंकि ये लोग मोटा नंबर कभी नही खोलेंगे अगर खोल भी दिया तो ये पेमेंट नही kr पायेंगे इसलिए अगर ये गेम खेले तो छोटा ही गेम खेलना ताकि आपको किसी भी रहा की परेशानी का सामना ना करना पड़े तो भाई यही था सट्टा किंग के बारे में अब तक की जानकारी।

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